देखो मेरी साँसें कहती हैं
सुनो ज़रा
सुनो ज़रा
हम प्रेम दीवाने हुए
अब खाक ज़माना रोकेगा.
सिलसिला जन्मों का
हम और तुमे जो मिले हैं
तेरे मेरे प्यार के
गुल हर सिम्त खिले हैं
तेरी मेरी जिंदगी
हर पल ये कहती है
हम प्रेम दीवाने हुए
अब खाक ज़माना रोकेगा
(अभिषेक त्रिपाठी)
ये गीत धुन बनाते हुए लिखा गया गीत है. इसे मैंने २००१ में लिखा और संगीतबद्ध किया था. धुन बी मेजर में बनायीं गयी है. कार्ड सिक्वेंस है-
Chord sequence for Suno zara-
B/F#/B/F#/E
E/B
B/G#m/A/E/B
(Antara)
G#m/C#dim/C#m/D#m/G#
C#m/B
B/G#m/A/E/B
ये कार्ड सिक्वेंस सिर्फ द्योतक है की धुन किस दिशा में बहती है. कार्ड चार्ट कुछ और तरीके से बनेगा. उस समय मेरे लिए ये सिक्वेंस एक नया अनुभव था और मेरा ये मानना है कि कोई भी क्रम यदि आपको पसंद आता है या आपको चुनौतीपूर्ण लगता है तो उस पर आपको ज़रूर धुन बनानी चाहिए. एक बात और इस धुन के बारे में बताना चाहूँगा........
अपने संघर्ष के शुरूआती दिनों में जब मैं प्रसिद्द संगीतकार श्री अमर हल्दीपुर जी के पास गया तो उन्होंने मुझे अपनी धुनें सुनाने के लिए कहा. मैंने उन्हें अपनी ये धुन पहले ही सुनाई , तो उन्होंने इतनी तारीफ़ की कि पूछिए मत. और इस धुन कि बदौलत मैंने उनके दिल में एक जगह बनायीं और फिर उनका प्यार मुझे हमेशा मिलता रहा. बाद में उन्होंने मेरे कई गाने अपने स्टूडियो में खुद मिक्स किये और ऐसे मिक्स किये कि जिनकी मिक्सिंग का कोई जवाब नहीं हो सकता..
वैसे ये मेरी अपनी धुनों में मुझे अधिकाधिक प्रिय लगती है, और मैं समझता हूँ कि भविष्य में मैं इसे एक अच्छी पहचान दे सकूँगा फिल्म इंडस्ट्री में.........
तो सुनना चाहते हैं न इसे???
kitni hi bar ise suna hai,par tumhare likhne ke bad fir ise sunne ka man hai,vaise yah abhi bhi kanon men goonj rahi hai.
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